2024 में लागू होगा बाजार में इंस्टैंट सेटलमेंट का प्रावधान
T+1 निपटान प्रणाली को अपनाने का अर्थ होगा, भारतीय इक्विटी के लिए निपटान चक्र को दो कार्यदिवसों से घटाकर एक करना.
ANMI ने सेबी के चेयरमैन को लिखे पत्र में कहा कि इस कदम से ब्रोकर्स के लिए वर्किंग कैपिटल की आवश्यकता बढ़ेगी और सिस्टम पर काम का बोझ बढ़ेगा.
Brokers: ANMI ने पत्र में कहा कि इस कदम से ब्रोकर्स के लिए वर्किंग कैपिटल की आवश्यकता बढ़ेगी और सिस्टम पर काम का बोझ बढ़ेगा.
जल्दी निपटान का वास्तविक लाभ एक अस्थिर बाजार में अनुभव किया जा सकता है, क्योंकि यह पूंजी के कुशल उपयोग और निवेशकों को मुनाफा कमाने में मदद कर सकता है.